दमा (asthma)
दमा के रोगियों के लिए देसी जड़ी बूटियों में एसी कई रामबाण औषधियाँ है जिनकी सही जानकारी एवं उपाय दमा को जड़ से समाप्त का सकते है |
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Asthmatic patient |
परहेज :
दमा के रोगी दूध ,घी ,मख्खन ,तेल, खटाई,तेज मिर्च ,और मसालों , सिगरेट,बीडी का परहेज करे | मख्खन निकला हुआ मठ्ठा सब्जियों के सूप आदि पिये |
- 10 ग्राम फूली हुई फिटकरी 10 ग्राम मिश्री को पीस कर रख ले . 1 ग्राम चूर्ण दिन में दो बार पानी के साथ लेने से अस्थमा में आराम मिलता है |
- दमे के रोगियों के लिए शहद ,प्याज ,लहसुन ,तुलसी की चाय और गुड अमृत समान है दालचीनी मुह मे रखकर चूसने से बहुत आराम मिलता है |
- सर्दी के मौसम मे तिल -गुड के लड्डू या गजक का सेवन करते रहने से दमा ,खांसी ,जुकाम आदि रोगों मे बहुत आराम मिलता है इनका सेवन वैसे भी रोग -प्रतिरोधक शक्ति बढाने मे बहुत ही सहायक होता है |
- अगर सांस फूलती है या हल्की दमे की शिकायत है तो पीपल ,कालीमिर्च ,सोंठ व् चीनी को समान मात्रा मे पीसकर दिन मे तीन से चार टाइम मुह में रख कर चुसना चाहिये या शहद मिलाकर खा लेना चाहिए |
- फूली हुई फिटकरी रत्ती भर मुह में रख कर चूसने से कफ नहीं बनता है और दमा के रोग मे भी आराम मिलता है |
- खांसी एवं दमा मे 5 ग्राम मुलेठी का चूर्ण 1 गिलास पानी मे उबाले जब पानी आधा रह जाए तो उस पानी को आधा सुबह और आधा शाम को पिये लगातार 5 दिन ऐसा करने से सारा कफ बहार निकल जाता है और खांसी और दमा में आराम मिलता है |
- यदि रोगी पान खाता है तो आक की छोटी सी कोपल सुबह -शाम पान मे डाल कर चबा ले |ऐसा करने से दमा से जल्दी ही मुक्ति मिलेगी |
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